नन्हा कृष्ण मुरारी है वो गोपियों को अपने प्रेम में बंधे है वो। नन्हा कृष्ण मुरारी है वो गोपियों को अपने प्रेम में बंधे है वो।
राधा को ढूंढे, ढूंढे कृष्ण मुरारी, उड़ावे गुलाल चलावे पिचकारी। राधा को ढूंढे, ढूंढे कृष्ण मुरारी, उड़ावे गुलाल चलावे पिचकारी।
नाश होगा अत्याचारियों का आए हैं कृष्ण मुरारी जग का उद्धार होगा। नाश होगा अत्याचारियों का आए हैं कृष्ण मुरारी जग का उद्धार होगा।
उत्सव की करनी है तैयारी, रंग-गुलाल उड़ाएंगे मेरे मुरारी।। उत्सव की करनी है तैयारी, रंग-गुलाल उड़ाएंगे मेरे मुरारी।।
देखी जब मैंने तेरे होठों पर मुस्कान, दूर हो गई मेरी जन्मो की थकान, पिया तूने आ के मेरा दर्द ... देखी जब मैंने तेरे होठों पर मुस्कान, दूर हो गई मेरी जन्मो की थकान, पिया ...
दौड़ी चले सब बिरिजबाल रंग डाले बिरिजधमवा में राधा श्याम होली खेले। दौड़ी चले सब बिरिजबाल रंग डाले बिरिजधमवा में राधा श्याम होली खेले।